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Sunday, April 8, 2012

Gyaneshwar Dubey: Ever Shining Singing Gem of Mithila



मूलत: गोड्डा जिलाक रहनिहार ज्ञानेश्वर दूबे प्रतिभा संपन्न लोकप्रिय गायक आ संगीत निर्देशक छथि जिनकर मधुर आवाज हृदय सं निकलैत अछि आ दर्शकक हृदय के आह्लादित कय दैत अछि। 

पटना यूनिवर्सिटी सं साईंस आ लॉ ग्रेजुयेट ज्ञानेश्वर जी (आब सं ज्ञानू जी) के संगीतक शिक्षा अपन दादा श्री कान्तिप्रसाद दूबे जी सं प्राप्त भेल छलनि। श्री कान्तिप्रसाद दूबे अपन समयक भारतीय क्लासिकल संगीतक बड्ड पैघ विद्वान छलाह। बाद में, ज्ञानू जी पंडित प्रह्लाद मिश्रा जीक शिष्य बनि कय संगीतक शिक्षा लेलनि।
 प्राथमिक प्रशिक्षण केर उपरान्त , ज्ञानेश्वर दूबे जी संगीतक एक्टा अति प्रतिभाशाली व्यक्तित्व श्री मोहिन्द्रजीत सिंह, जिनका आजुक कयकटा कलाकार के स्टार बनाबक श्रेय भेटल छनि, के सान्निध्य आ प्रभाव में एलाह। ज्ञानू जी संगीत संस्थान सं सेहो जूडि गेला आ वोकल क्लासिकल संगीत में डिप्लोमा प्राप्त केलनि। हुनका के परीक्षा में प्रथम स्थान लायबक लेल गोल्ड मेडल प्रदान कयल गेल छलनि। अतबा नहिं, लखनऊ में आयोजित प्रथम इन्टरनेशनल यूथ फ़ेस्टिवल में सेहो ज्ञानू जी के सर्वोत्तम गाययक पुरस्कार देल गेल छलनि। 
दक्षिण अफ़िका के डरबन स्थित सीटी हॉल में गायन । संग में छनि गायिका पत्नी विभा दूबे
गजलक अपन पहिल अल्बम “जाम-पे-जाम” (टी सीरीज द्वारा रिलीज) आ “जाम-ए-गजल” (टी सीरीज) केर अभूतपूर्व सफ़लता के बाद ज्ञानेश्वर दूबे जीक नाम कम समय में ही नहिं केवल भारत वरन विदेशो में सेहो संगीत प्रेमीक बीच काफ़ी लोकप्रिय आ चर्चित भ गेलाह।
हुनकर अल्बम “ टना टन घंटी बाजय” (सीएमके म्युजिक),”पान येलइये मखान येलईये” (S.S.B.T Series), “चल चाहक दोकान में” (S.S.B.T Series), “सोलहे बरस में” (सुमित कसेट कम्पनी), “गोरकी कनिया”(अलंकार म्युजिक), “बाप रौ बाप” (INA Music) एवं “होली का हुड़दंग” (टी सीरीज) आदि सब उम्रक लोकक बीच काफ़ी लोकप्रिय भेल छल।

हुनकर भजन संग्रह में “जय बम भोले”(पीके कॉम्युनिकेशन),”चलो बुलावा शंकर जी का” (शिवा ऑडियो),” कांवर का घुंघरु बाजय” (टी सीरीज) आ “मां की महिमा”(अलंकार म्युजिक) आदि किछु  चर्चित नाम अहि।

ज्ञानेश्वर जी किछु हिन्दी पॉप एलबम जेना “ ओ डार्लिंग” (टी सीरीज), “हॉट पैंट में” (इंडिया म्युजिक) कमाल है धमाल है” (गौरव आर्ट इन्टरनेशनल) आदि के अपन मधुर आवाज सं सजेने छथि।
ज्ञानेश्वर दूबे जी बहुत रासे टीवी सीरियल आ फ़िल्म में सेहो गेने छथि जाहि में किछु महत्वपूर्ण नाम अहि-“ संकल्प” (हिन्दी सीरियल),”कैकयी”(हिन्दी सीरियल ), ” मृच्छकटिकम ”  (संस्कृत सीरियल), आ “वासवदत्त” (संस्कृत सीरियल) आदि में पार्श्व गायनक संग संग धनपत मेहता प्रोडक्सनक हिन्दी फ़ीचर फ़िल्म “हम बच्चे हिन्दुस्तान के”, ”धारावी’ ( हिन्दी फ़ीचर फ़िल्म), टेलीफ़िल्म “ लाईलाज”, डी मेहता प्रोडक्सनक हिन्दी फ़िल्म “करोड़ों में एक”, भाग्यश्री आ हिमालय द्वारा अभिनित फ़िल्म “पायल”, फ़िल्म ‘कातिल कौन” एवं मोहिन्दरजीत सिंह द्वारा संगीतबद्ध हिन्दी फ़िल्म “गैरतमंद” आदि । 

ज्ञानेश्वर जी गीत गायनक अलावा हिन्दी आ मैथिली फ़िल्मक लेल संगीत निर्देशकक भूमिका सेही निभौने छथि। हिन्दी फ़िल्म “ तुझको पुकारे” (बलवंत शास्त्रीक), मैथिली फ़िल्म “ आउ पिया हमर नगरी”, “कखन हरब दुख मोर”, “घुईर के आओत बसंत” आ “सेनुरिया” आदि में हिनकर संगीत आ गायन श्रवणीय अछि। आइयो लोक “कखन हरब दुख मोर” में हिनका द्वारा गावल विद्यापतिक गीत बड चाव सं सुनैत अछि आ मॉने मॉन आह्लादित होयत छथि।

हिनकर नवीनतम हिन्दी भक्ति एलबम “ये मिथिला प्रदेश” छनि। वर्तमान समय में ज्ञानू जी एकटा आर मैथिली फ़िल्म “ बाबू जी” में संगीत दय रहल छथि।- भास्कर झा
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ज्ञानेश्वर दूबे जीक किछु गीत
1. टना टन घंटी बाजय
2. दुमका में झुमका
3. हे गे भगजोगनी
4.

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