ई छथि रंगमंचक, मैथिली फ़िल्म आ सीरियलक प्रसिद्ध अभिनेता शुभ नारायण झा । शुभ नारायण जी कयकटा मैथिली फ़िल्म आ सीरियल में बड्ड नीक अभिनय केने छथि। हुनकर आब बला मैथिली फ़िल्म “खुरलुच्ची" जल्दिये रीलिज होमय बला अहि।
जखन शुभ नारायन जी 13 साल के रहैथ, 1975 में द टेल ऑफ़ एंटोनियो नाटक में शायलॉक के चरित्र सं स्कूल में रंगमंच सं जूड़ि गेलाह । तकरा बाद गमैया नाटक आ स्कूल कॉलेज करैत 1986 तक सैकड़ो नाटक केलैथि। मुदा पटना यूनिवर्सिटी सं पीजी केलाके बाद 1988 तक दिल्ली के थियेटर भावना कला मंदिर सं काज करैत रहलाह आ तकरा बाद 18 साल धरि किछु महत्वपूर्ण काज नहीं कएलथि। मुदा 2004 में एकटा मित्र के सहयोग दए एक घंटाक एकटा साधारण मैथिली सीसी फ़िल्म “ हम नहिं जायब पिया के गाम”क निर्माण केलाह। मित्रक, विशेषकर डॉ सुरेन्द्र झा आर अपन पत्नीक प्रोत्साहन सं शुभ नारायण जी एकटा नांगर ब्रजबंशी कक्काक चरित्र निभौला। हुनअकर अभिनय सं प्रभावित भए निर्देशक अनूप जी अपन मैथिली फ़िल्म “ सिन्दुरदान” में शुभ जी के बुद्धु बाबूक भूमिका देलनि। मुदा दुर्भाग्यवश निर्माता आर निर्देशकक बीच किछु मतभेदक कारण “सिन्दुरदान” नहिं चलल। अनूप जी अपन साक्षात्कार में एकमात्र शुभ नारायण जी द्वारा निभावल गेल भूमिका के बड्ड प्रशंसा केने छलाह।
अपन घनिष्टतम मित्र के आग्रह पर शुभ जी प्रसिद्ध गायक मनोज तिवारी के गीतक एकटा एलबम “अलबेला दूल्हा” केलनि मुदा तकरा बाद अलबम करए सं मुं मोड़ि लेलाह। शुभ जी डीडी 1 पर टेलिफ़िल्म प्राय: करैत रहैत छथि। शुभ नारायणक पसंदीदा काज में टेलिफ़िल्म “उत्थान” अहि जे पंचायती राज्य मंत्रालय/विभाग के छलैक ।
"चल रे बटोहिया" |
कुमार शैलेन्द्र द्वारा निर्देशित मैथिली सीरियल “दीयर भाउज” में जे एखनो सौभाग्य मिथिला टीवी पर प्रसारित भए रहल अछि, शुभ नारायण जीक समदि कक्का के चरित्र एखनो लोक के बेसी पसंद आबि रहल छैन्ह । ‘ चल रे बटॊहिया” में शुभ जी बटॊहिया के चरित्र आ बेश भूषा में गामे गाम घूमि कए सकारात्मक दर्शन करा रहल छथि। मैथिलीक प्रसिद्ध गायक हरिनाथ जीक एकटा भोजपुरी फ़िल्म बनौने छलाह जाहि में शुभ जी फ़िल्मक खलनायक के भूमिका केने छलैथि मुदा वो फ़िल्म एखनो धरि डब्बा में बंद अहि। मैथिलीक एकटा आगामी फ़िल्म “ खुरलुच्ची”, जकर निर्देशन मनोज कुमार झा केने छथि , में शुभ जी फ़ेरो खलनायक भूमिका में छथि।
मैथिली के अतिरिक्त, शुभ जी हिन्दी नाटक सेहो केने छथि । हुनकर प्रिय हिन्दी नाटक “ माटी कहे कुम्हार से” जाहि मे शुभ जी चारिटा चरित्र निभाबैत 15 शो कए चुकल छथि।
मैथिली में शुभ नारायन जी द्वारा कएल गेल नाटक में रोहिणि रमन जीक “टुस्सा आ बांझिल” जाहि में खलनायकक भूमिका केने छथि, महेन्द्र मलंगियाक “छुतहा घैल” (भगतक भूमिका), आ अविनाश मिश्राक “मुक्ति पर्व” (महादेवक भूमिका) उल्लेखनीय नाम अछि।
नियमित रुप सं जरुरत मंद के आर्थिक सहयोग प्रदान कए समाज सेवा केनिहार शुभ जी नटराज, मिथिलांगन आ मैलोरंग नाट्य ग्रुप सं जुड़ल छैथ।अखिल भारतीय मिथिला संघक जिम्मेवारी कोनो ने कोनो रुप में लए मिथिलाक प्रगति हेतु यथाशक्ति योगदान देबक प्रयास करैत रहैत छथि।
शुभ नारायण जीक आबय बला मैथिली फ़िल्म अछि- मनोज झा निर्देशित " हमर सौतिन", आ उदय राजक " घोघमें चांद"। हुनक "खुरलुच्ची" जल्दिये रीलीज होमय बला अछि।
शुभ नारायण जीक आबय बला मैथिली फ़िल्म अछि- मनोज झा निर्देशित " हमर सौतिन", आ उदय राजक " घोघमें चांद"। हुनक "खुरलुच्ची" जल्दिये रीलीज होमय बला अछि।
No comments:
Post a Comment