मैथिली गीत गगन'क
प्रसिद्ध स्वर : नंद जी
मूलतः सहरसा जिला चर्चित गाम बनगाँव'क रहनिहार नंदशंकर झा तकरीबन चारि दशक सं
मैथिली'क राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रतिनिधि स्वर केर रूपमें जानल जाइत छथि । कहियो मैथिली मंच'क चर्चित जोड़ी नवल-नंद'क शब्द नवलजी रहैत छलाह त' सुर नंदजी आ जोड़ी परम्परा'क अवसान'क बाद आइ धरि ओ नंदजी नाम सं मैथिली मंचक चर्चित गायक बनल छथि। ताम-झाम सं अपना
कें सतत दूर राखय वला नंदजी मैथिली साहित्य आ संगीत दूनू विषय में स्नातकोत्तर छथि ! भारत आ नेपाल'क क़रीब 2000 सं बैसी मंच पर
उपस्थिति दर्ज करौनिहार नंदजी व्यथित होइत कहैत
छथि जे मिथिलाक लॉक अपन गायक कें
मान-सम्मान नहिं दैत छथि आ तें आब
मंच सं मौन उचेट गेल अछि..तथापि
कार्यक्रम में जाइत छीं ! हिनकर
"अमोल" नामक कैसेट आ तकर गीत सभ 1.जतय गुदरी पहिरि सिया आँगन निपय....2.भइया सामा फोड़े
लेल जरूर आबिह.......3.दिल्ली के देखिके दिमाग भेल होल गे....4.छोट-छोट रोड़ी
गदैय'.... बहुत प्रसिद्ध भेल चल ।
मैथिली फ़िल्म "हमर मिथिला" में पूनम मिश्रा संग हिनक गायन चर्चित रहल । गोस्वामी लक्ष्मीनाथ भजन केर कैसेट कें अपार ख्याति भेतलनि ! सम्प्रति मैथिली गीत-गायन केर नाव नाव प्रयोग में लागल रहैत छथि ।- किसलय कृष्ण
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