मैथिली सिनेमाक इतिहासमे
मैथिलीक पहिल रंगीन फ़िल्म जय बाबा बैद्यनाथक नाम दबल अछि। 1979मे प्रदर्शित धार्मिक
फ़िल्म जय बाबा बैद्यनाथक निर्माण "मधुश्रावणी" नामसं भेल छल। मुदा तत्कालीन
परिवेशमे एहिमे मैथिली भाषाक अलावा,आनो भाषाक प्रयोग करय
पड़ल छल। विश्वजीत, सोमा सालकर, विपिन गुप्ता, त्रिलोचन झा , बकुल अभिनित एहि फ़िल्मक
निर्देशन कयने छलाह हिन्दी सिनेमाक स्थापित गीतकार, निर्माता ओ निर्देशक दरभंगा निवासी प्रह्लाद शर्मा । संगीत देने छलैथ
प्रसिद्ध संगीतकार वी बल्सारा। मैथिली साहित्यकार आचार्य सोमदेव आओर पं चन्द्रनाथ
मिश्र ' अमर'क अतिरिक्त प्रह्लाद
शर्मा एहि फ़िल्मक गीत लिखने छलैथ।
यश प्रोडक्शन्स केर
बैनरक अधीन बनल एहि फ़िल्ममे कुल आठटा गीत अछि- (1) कखन हरब दुख मोर, (2) बर के देख गे माई (अमर
जी), (3)
लिखलहुं
हं चिट्ठी,
(4) सावन
आवन कहि गेल,
(5) तोहर
गोर गोर अंग (सोमदेव),
(6) मोहे
दर्शन दो अविनाशी,
(7) तुझे
कौन कहेगा दानी,
(8) रुठ
कर जाते कहां सनम । फ़िल्मक किछु गीतके छोड़िकए बाकीं सब गीत मैथिलीये में अछि मुदा
ई गीत सब उपलब्ध नहिं भ पाबि रहल अछि। मो रफ़ी द्वारा गावल हिन्दी गीत उपलब्ध अछि।
निर्माता, निर्देशक आ गीतकार
प्रह्लाद शर्मा आठ गोट फ़िल्मक निर्देशन केने छलैथ- वही लडकी (1967), प्यार (1969), धूप छॉंव (1977), रातेर कुहेली (1988), विद्यापति (1964), रंगेर कुएली (1988), प्रें की गंगा (1971) आ जय बाबा बैद्यनाथ (1979)
"जय बाबा बैद्यनाथ"
प्रह्लाद शर्मा आऒर वी वलसाराक अन्तिम फ़िल्म छल।
प्रस्तुति- भास्कर झा
I want to have cassete or movie
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