Thursday, October 27, 2011

मैथिली फ़िल्म - महत्वपूर्ण कालक्रम

मैथिली फिल्म के इतिहास में बरका पर्दा पर अखन तक प्रदर्शित फिल्म वर्ष १९९९ के अंत मैथिली फिल्म के स्वर्णिम काल मैथिली फिल्म के आधुनिक स्वरूप मुखिया जी प्रदर्शन के करिव


कन्यादान .......................................१९७१
जय बाबा बैधनाथ .............................१९७३
ममता गाबे गीत ..............................१९८२
सस्ता जिन्दगी महंग सेनुर ................१९९९
आऊ पिया हमर नगरी .......................२००
सेनुरक लाज ....................................२००४
कखन हरब दुःख मोर ........................२००५
दुलरवा बाबु .....................................२००६
सेंदुरदान..........................................२००८
सेनुरया{साउथ के मथिली में रूपांतरण} ..२०१०
अपन गाम अपन लोग [अ प्रदर्शित}.........२०१०
पिया संग प्रीत करब कोना ...................२०१०
सजना के अंगना में सोलह सिगार .........२०११
मुखिया जी {कमिग सुन}......................२०११


साभार - शशि मोहन

Saturday, October 15, 2011

मैथिली फिल्म क मार्केट सेहो पैघ भ जाएत : राखी


14 अक्‍टूबर कए रिलीज भेल फिल्म सजना क आँगन मे सोलह श्रृंगार दरभंगा मे धूम मचा रहल अछि। मुरलीधरक इ दोसर फिल्‍म पहिल फिल्‍म सस्‍ता जिनगी महग सेनूर जेकां रिकार्ड तोडि सकैत अछि। एहि फिल्‍म कए जोरदार ऑपनिंग भेटल अछि आ पहिले दिन सिनेमा हॉल खचाखच भरल छल। फिल्‍म प्रदर्शन क एहि मौका पर फिल्म क अभिनेत्री राखी त्रिपाठी स इसमाद लेल सुनील कुमार झा आ नीलू कुमारी लंबा चर्च केलथि। प्रस्‍तुत अछि ओकर किछु अंश:-
प्रश्न – अहांक पहिल मैथिली फिल्‍म रिलीज भेल अछि, केहन रहल अनुभव।
उत्तर – बहुत नीक अनुभव रहल आ हम बहुत उत्शुकता पूर्वक एहि मैथिली फिल्म “सजना क आँगन मे सोलह श्रृंगार” रिलीज हेबाक बाट तकैत रही, किया कि इ हमर पहिल मैथिली फिल्म अछि आ एहि फिल्‍म मे हम सब बड मेहनत केने छी। खासकए हमर फिल्म क डाइरेक्टर मुरली जी।
प्रश्न – मुरलीधर जी स कोना भेल भेंट।
उत्तर – फिल्म बुलंद क शूटिंग क दौरान हमरा एकटा सहकर्मी कहला जे हुनकर एकटा मित्र छथि जे मैथिली फिल्म बना रहल छथि आ ओ हीरोइन ताकि रहल छथि, हुनकर माध्‍यम स हम मणि क एहि फिल्म सजना क आँगन मे सोलह श्रृंगार क डाइरेक्टर मुरलीधर जी स भेंट केलहुं।
प्रश्न – सुनल जे अहां कए मैथिली नहि अबैत अछि, कोना संभव भेल संवाद अदायगी।
उत्तर – इ गप सच अछि जे इ फिल्म करबा स पूर्व हमरा मैथिली एकदम नहि अबैत छल, मुदा जखन स हम इ फिल्‍म स जुडलहुं आ इ भाषा क बीच रहलहुं त इ एतबा नीक लागल जे कहि नहि सकैत छी। मुरलीजी त शुरू मे साफ कहि चुकल छलाह जे हमरा एहि फिल्‍म मे अपन आवाज मे संवाद देबाक अछि, ताहि लेल हम मैथिली भाषा सीखब सेहो शुरू करि देने रही। आई हम. अपन यूनिट क सदस्‍यक सहयोग स नीक जेका मैथिली बाजि रहल छी।
प्रश्न – अहां भोजपुरी मे सक्रिय छी, की अंतर अछि दूनू भाषा क फिल्‍म मे।
उत्तर – भोजपुरी फिल्म हमरा नीक प्लेटफोर्म देलक आ हमरा गर्व अछि जे इ हमर भाषा छी, मैथिली फिल्म करि कए हमरा नीक लागल। हम अपना आप कए खुशकिस्मत बुझैत छी जे हमरा मैथिली भाषा मे काज करबाक मौका भेटल जाहि स हम मिथिलाक संस्‍कार आ एहि ठाम क लोक कए चिन्हि सकलहुं। ओना अंतर क गप करि त हम कहब जे कोनो खास अंतर नहि अछि सिवाई भाषा क, दूनू जगह मिटटी स जुडल कहानी पर फिल्‍म बनउल जाइत अछि। फर्क सिर्फ एतबा अछि जे भोजपुरी मे बेसी फिल्म बनैत अछि आ मैथिली मे कम। ओना हम आशा करैत छी जे आब मैथिली मे सेहो बेसी फिल्‍म बनत।
प्रश्न – अहां एखन धरि कोन कोन फिल्‍म केलहुं अछि।
उत्तर – हमर पहिल फिल्म छल “प्यार बिना चैन कहाँ रे” ओकर बाद “आजा ओढ़नियाँ थान के” आ “बुलंदी”। एकर बाद हमर इ मैथिली फिल्म सजना क “आँगन में सोलह श्रृंगार” आयल अछि।
प्रश्न – केना शुरू भेल इ सफर।
उत्तर – हम एम्.ए. भरतनाट्यम क छात्र रही, कॉलेज क समय मे काफी टी.वी. प्रोग्राम केलहु आ ओहि स एकटा सीरियल क ऑफ़र भेटल। ओकर बाद हम मोडलिंग दिस गेलहुं आ फेर फिल्‍म मे आबि गेलहुं।
प्रश्न – भोजपुरी क त बाजार काफी पैघ भ चुकल अछि, मैथिली कए ल कए की सोचैत छी।
उत्तर – के नहि चाहैत अछि जे ओकर अपन भाषा मे फिल्‍म बनए, मिथिला जेकि अपन भाषा, संस्कृति आओर लिटरेट मे एतबा संपन्न अछि कि हम त चाहब जे इ हर क्षेत्र मे आओर आगू बढए, फिल्‍म मामला मे सेहो, मुदा इ सिनेमा मीडियम आइ एकटा बिजनेस बनि चुकल अछि। जखन तक प्रोडूसर जे पैसा लगबैत अछि किछु कमाउत नहि त ओ दोसर फिल्‍म कोना बनाउत। आशा करैत छी जे जखन हमर सबहक इ फिल्‍म सजना क आँगन मे सोलह श्रींगार लोग कए नीक लागत आ लोक दिस स एकरा प्रोत्साहन भेटत त ओ दिन दूर नहि जखन भोजपुरी क भांति मैथिली फिल्म क मार्केट सेहो पैघ भ जाएत।
प्रश्न – एखन अहां कोन कोन प्रोजेक्‍ट मे व्‍यस्‍त छी।
उत्तर – चुन्नू बाबु सिंगापुरी, अचल रहे सुहाग, काली, चालबाज़ चुलबुल पाण्डेय, आओर धूम मचाइलह रजा जी आदि कईटा फिल्म अछि जेकर शूटिंग भ रहल अछि। हम फिलहाल धूम मचाइलह राजा जी क शूटिंग करि रहल छी, जखकि चुन्नू बाबु सिंगापुरी, काली आ चालबाज़ चुलबुल पाण्डेय क काफी हद तक शूटिंग भ चुकल अछि।
प्रश्न – धन्‍यवाद इसमाद स गप करबा लेल।
उत्तर – बहुत बहुत शुक्रिया हमरा इ मौका देबा लेल। हम इसमादक माध्‍यम स दर्शक लोककन स गुज़ारिश करैत छी जे हमर इ फिल्‍म थियेटर मे जा कए देखी। हमरा उम्‍मीद अछि जे इ फिल्‍म अहां सब कए नीक लागत।
साभार : सुनील कुमार झा (इसमाद के लेल )

"सजना के अंगना में सोलह सिंगार " : रिलीजक बादक आरंभिक रिपोर्ट आह्लादकारी (भास्कर झाक रिपोर्ट )



विश्वस्त सूत्र स प्राप्त सूचना के अनुसार मैथिलीक बहुचर्चित फिल्म सजना के अंगना में सोलह सिंगार, जे १४ अक्तूबर २०११ के रिलीज भेल ,के अपार सफलता भेट रहल अछि . अहि समय में इ फिल्म दरभंगा के छबी गृह क्रेज डोल्बी, सुपौल तथा बेनीपट्टी स्थित छबि गृह में बड धूमधाम स चलि रहल अछि . मधुबनिक छबि गृह सब में से हो जल्दिये देखावक प्रयास भय रहल अछि . फिल्म निर्देशक , कलाकार , संगीतकार श्री मुरलीधर जी मधुबनी स मोबाईल द्वारा सूचित कयाला कि टिकट काउंटर पर दर्शकगनअक बड भीर देखल जा सकैत अछि , इ अहि बताक द्योतक अछि कि यदि मैथिलि में बढ़िया फिल्म बनावल जाय ता दर्शाकगणक कोनो कमी नहिं. सजना के अंगना में सोलह सिंगारक सफलता मैथिलि सिनेमा के मुख्य धारा स जोराबक में बहुत महत्वपूर्ण साबित होयत.मैथिली के सुन्दर गीत संगीत और डैलोग स सजल मैथिलि फिल्म निर्माता संदीप झा प्रस्तुत सजना के अंगना में सोलह सिंगार मैथिली सिनेमा के इतिहास में अपन महत्वपूर्ण सफलता स अवश्य याद कायल जायत ! - भास्कर झा

Come back of Maithili cinema

The Maithili cinema has taken a turn after an era with the making of a film “Sajna Ke Angana Me Solah Singar”. Mithila is the heartland of Bihar and is in the shadows of Sita Ma’s motherland. Sandip Jha is bringing up the art and culture of this area with his film. And the film is directed by Murlidhar, who has earlier directed the superhit Maithili film “Sasta Jinigi Mahang Senur”. Sandip and Murlidhar have travelled far ahead from that point.

Sandip Jha is an Electrical Engineer and educationist. And the film is the result of his love for Maithili and a desire to do something tangible for his language and culture. Sandip is also planning to open an university on the lines of Nalanda University at his village Sijol in Madhubani district on a 110 acre campus.

The theme of his film is the rush towards cities from villages, running after mirages leaving behind our fertile lands. The film is romantic and has all the neccessary ingredients required for a successful film. This film also discusses the widow marriage.

Concept and dialogues of the film are by Sandip while direction, story, script, lyrics, music etc. are by Murlidhar who has given his best in all these sectors.

Star cast of the film includes Rahul Sinha, Rakhi Tripathi, Shiv Aryan, Tripti Nadakar, Rajiv Singh, Lallan Singh, Vinit Jha, Basant Kumar, Ruby Arun, Yadunath Mishra, Vinod Gwar, Dilip Chokse, and Murlidhar himself !

The film is going to release soon and is hoped to win the love and support of all Maithils. (Source : Samarjeet)