Monday, June 8, 2020

Critically Acclaimed Maithili Film Gaamak Ghar: A New Revolution

                               गामक घर आ अचल मिश्रा

अचल मिश्रा एकटा फिल्म बनेलनि अछि - "गामक घर"। फिल्मके नामस स्पष्ट अछि जे फिल्म गाम- घरके कहानी अछि।गामक घर मात्र गामक घर के कहानी नय अछि । घर के कहानी आ कहानी में नुकाएल काव्य क कहानी अछि।फिल्म निर्देशक के निजी जीवन के Memoir अछिजे फिल्म देखबाक अभ्यास अछि लोक के ओहि स बहुत अलग Celluliod पर फ्रेम दर फ्रेम कविता जेना।

कहानी Capture करैत अइछ करीब तीन दशक के समय ,तीन दशक के समय में गाम आ गामक घर के बदलैत स्वरूप आ गतिविधि ,गामक घर में रहय लोक वला के संबध आ संबंध में परिवर्तन।जेना संगीतक राग या scale के निश्चित स्वर होय छै आ सामान्य रूप में राग गाबैत या बजाबैत काल ओहि स्वर सँ अलग स्वर नय लगाएल जाय छै गामक घर फिल्म मात्र गामक घर के मात्र मधुर स्मृति आ स्वर ल के बनल राग सन फिल्म छै जै में गाम आ गामक घर के सब मधुर स्वर मात्र लेल गेल छै आ तिक्त आ विवाद वला स्वर सब छोड़ि देल गेल छै एहन जरूरी छलै नय त फिल्म के शांत कविता वल भाव विलुप्त भ जाइतै।

गामक घर Capture करैय छै मिथिला के मध्यम वर्गीय परिवार के संयुक्त स nuclear हेबाक कहानी|

आर्थिक सुख लेल गामक घर स पलायन के कहानी।गामक घर के बसल घर सँ छुट्टी के घर आ फेर सामाजिक औपचारिकता मात्र के प्रयोजन स्थान हेबाक कहानी।गामक घर मौन ठाढ अइछ पूरा फिल्म में आ देख रहल अइछ अपन भीतर आ गामक के बदलैत दृश्य आ ओकर कहानी।

पहिल भाग में परिवार जुटल अइछ नव शिशु के जन्मक उत्सव लेल।एक परिवार में अलग -अलग परिवार के जन्म भ गेल अइछ,ओहि अलग परिवार सब के जोड़ै वला डोर दादी उपस्थित छैथ गामक घर में ,गामक घर जुआनी स प्रौढ अवस्था दिस बढि रहल अइछ।गामक घर के लोक अखन गामक घर स दूर त भ रहल छैथ लेकिन बेसी काल दूर नय रहि पाबै छैथ।बसल घर ओकर इतिहास होब जा रहल छै, गामक घर शांत देख रहल अइछ भीतर के गतिविधि आ गितविधि के उपरांतक मौन।

दोसर भाग में गामक घर आब छुट्टी के घर भ गेल अइछ जतऽ लोक दीवाली आ छइठ लेल आबैय छै।दू-चारि दिनक चहल-पहल आ फेर वएह अनंत मौन। एक परिवारक अलग परिवार आब स्पष्ट अलग परिवार बनि गेल अइछ।गामक घर के लोक आब दोसर घर में बसि गेल छैथ लेकिन हुनका अखनो गामक घर के याइद आबि जाय छैन। गामक ,घर फेर वएह मौन शांत..... हवा के संगीत।

तेसर भाग में गामक घर आब बुढ भ गेल अइछ,आब एतऽ साल क दू-चारि दिनक चहल-पहल पुरान बात भ गेल अइछ।गामक घर के लोक शायद आब अपन दोसर घर में पूर्णतया बसि गेल छैथ।नव पीढी के लेल गामक घर दोसर घर छैन।गामक घर आब बस एक संपत्ति छै जकर देखभाल लेल बस जरूरी छै एकटा रखबार।आब गामक घर मात्र गोसाउन लेल आबै के प्रयोजन ।

अंत में गामक देह के जीर्ण भेल देह के तोड़ल जाइत अइछ नव शरीर देबाक लेल शायद गामक घर फेर जीबि पाबै नव देह में।


गामक घर के परिवेश आ भाषा मैथिली अइछ त गामक घर के मैथिली फिल्म कहल जा सकैत अइछ लेकिन गामक घर मात्र मैथिली फिल्म नय अइछ गामक घर के प्रमुख भाषा Scenic Language(दृश्यात्मक भाषा )छै,विश्व के कोनो कोनक व्यक्ति एहि फिल्म स relate क सकैत अइछ।जे एक घर सँ दोसर घर में जाक बसल होय,जे एक परिवार स अलग परिवार बसेने होय।गामक घर पूरा विश्व के फिल्म छै।

गामक घर के शक्ति ओकर Cinematography (दृश्यांकन)आ Background sound (नेपथ्य ध्वनि)छै।एक -एक दृश्य हृदय में ओहि दृश्य स जुड़ल भाव उत्पन्न करत।गामक घर के सब दृश्य प्रमुख दृश्य छै कोनो एक दृश्य को चर्चा पर्याप्त नय तैय्यो किछ दृश्यों उल्लेख क रहल छी,.....

पहिल भाग-

पीपरक गाछ आ नेपथ्य में अकास,पीपरक गाछ आ रस्ता,दालान,दहीक मटकूरी,पाकै लेल पाल पर देल आम स भरल कोठरी,घरक भीतर महिला सब क गतिविधि क परिचयात्मक दृश्य,पहिरबाक -ओढबाक दृश्य,बरखा,आमक गाछी,सूखल धार,गाछी के अंतक दृश्य ,दलान पर सुतल परिवारक लोक,फैमिली फोटोक दृश्य,फ़िल्म देखबाक दृश्य,अकासक मेघ,गामक घर के दूर स लेल फ़ोटो,बरखा में भीजैत तुलसी चौरा,ओसारा क सुन्न पलंग

दोसर भाग- 

कासक बोन आ दूर पीपरक गाछ, पीपरक गाछ के बैकग्राउंड में जाइए रेलगाड़ी,गामक घर क पाछू बनैत दोमहला,जाड़क मद्धिम रौद में ठाढ तुलसी चौरा,स्वेटर बुनैत कनियॉं,दादी आ गामक बुरही, सुंदर वस्त्र पहिरने भौजी आ उजरल रूप में विधवा ननैद ,विधवा ननैदक मलिन मुस्की,दूर-दूर बैसल खाइत दू भैय्यारी,छत के दृश्य,दालान पर ठाढ राजदूत मोटरसाइकिल,छइठ घाट,सॉंझ आ भोरक अर्घ्य ,ओसारा पर बैसल परिवार,कोठरी में बैसल वर आ कनियाँ,गामक घर के उपर जनमैत गाछ,छत पर अलग परिवारक फ़ोटो,दलान पर गप करैत कक्का भतीजा,ओसारा पर राखल खाली कुर्सी,गामक घर के बदरंग देवाल,सुन्न दलान,दलान पर आबैत रिक्शा ,घरक लोक के रिक्शा पर बैसक जेबाक दृश्य ,सुन्न ओसारा पर बैसल गौरैया 

तेसर भाग

धुँध में ठाढ पत्रहीन नग्न गाछ,धुँध में बंसबैऽर,नोनी पड़ल देवाल,ओसारा पर बैसल घरक रखबार,जीर्ण भेल घर आ रंग उड़ला स कारी भेल देवाल ,खिड़की के टूटल पल्ला,प्लास्टर उखरल देवाल आ खिड़की केवार,असगर घूर तापैत रखबार,खपरा उतारबाक दृश्य,टूटैत गामक घर,टूटैत घरक देवाल पर बाबाके फ़ोटो

गामक घर में बैकग्राउंड साउंड फिल्म के संगे फ़िल्म के संगे पूर्ण न्याय केने छै आ एक साउंड detailed रूप से capture कैल गेल छै।

बैकग्राउंड म्युजिक जानिक नय कहि रहल छी,किएक त दृ्श्य के सहज साउंड के साज सबहक भीड़ मारि नय रहल छै।गामक जे कोनो आवाज छै चाहे ओ बहुत सुंदर आ सहज प्रयोग भेल छै चाहे बहैत हवा के आवाज हो,चुन मुन्नी के चुनमुन,बच्चा सबहक शोर,कोइली के कूक,टिटिहरी के आवाज,गयए-बकरी के अवाज,सुन्न के आवाज,बरखा के आवाज,मेघक गड़गड़ाहट,बेंगक आवाज,कौआ के आवाज,तेल कड़कड़ेबाक आवाज,कऽलक हैंडल के आवाज,झींगुर के आवाज,शारदा सिन्हा के छइठ गीत,रामबाबू झा के भगवती गीत।साज में गिटार आ कीबोर्ड पर बहुत कोमल घुन छेड़ल गेल छै जे कि गामक साउंड के और निखारि देने छै ,एकर क्रेडिट अंशुमन शर्मा के छैन।

पहिने कहलहुँ जे गामक घर के प्रमुख भाषा दृश्य छै ,फिल्म में बहुत कम संवाद छै।जे कि बहुत सहज आ सरल या बोल-चालक मैथिली छै।संवाद एतेक सहज छै जे सिनेमा के संवाद नय लागिक गप-शप बुझाय छै।

गामक घर प्रमुखता स नॉन एक्टर के फिल्म छै,एकरा अचल मिश्रा के जादू कहि सकैय छियैन जे एहन लोक सबसऽ एक्टिंग करेने छैथ जिनकर एक्टिंग स दुरक संबंध नय छैन।प्रोफेशनल एक्टर में अभिनव झा गुड्डु के ,सोनिया झा छोटकी काकी के आ दादी के भूमिका जे केने छैथ उल्लेखनीय अइछ(नाम नय बूझल अइछ)।नॉन एक्टर आ एक्टर के डिफरेंस एक्टिंग स निर्णय असंभव अइछ एतेक सहज अभिनय भेल छै।ओहि सब एक्टर सब सँ क्षमा जिनका हम नय चीन्ह पेलहुँ,अभिनव झा सँ भेंट भेल अइछ,सोनिया झा के नाटक यु ट्युब पर देखने छी,दादी के बारे में अचल कहने रहैथ तें बुझल अइछ नय त कहनाय कठिन जे किओ अभिनय रहल छै आ कोनो फिल्म देख रहल छी।

फिल्म के रूप -सज्जा या ड्रेस कोड अभिनय जेना सहज छै या कहि सकैय छियै जे कोनो ड्रेस कोड नय छै।

दृश्यक रंग बहुत सहज रूप सँ समय के संग बदलैत छै।

फिल्म के बारे मे रोचक बात

फिल्म मे देखाओल घर निर्देशक अचल मिश्रा के अपन गामक घर छैन।फिल्म के पात्र सब अचल के अपन घर सदस्य सब पर मॉडल्ड छै,एकदम निजी अनुभव सब के अचल फिल्म रूप मे परसने छैथ ते शायद एतेक बेसी सहज फिल्म बनल छै।फिल्म के शूटिंग लोकेशन माधोपुर ,दरभंगा जिलाक गाम अइछ जे कि निर्देशक के गाम छैन।

गामक घर MAMI Film Festival2019 (Mumbai Acedamy of Moving image)में प्रदर्शित ,चर्चित आ सराहल गेल फिल्म अइछ।गामक घर के देश बहुत रास अन्य फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित भेल जेना कि Kachzha Niv Indie Film Fest Trivandrum 2019

Art House Asia Kolkata 2019.बहुत रास फिल्म विधा के देश-विदेशक नामचीन लोक गामक घर फिल्म के प्रशंसा क चुकल छैथ।


अचल मिश्रा के जन्म डॉक्टर दंपति प्रेम मिश्रा आ उषा झा के पुत्र छैथ आ हुनकर जन्म मुजफ्फरपुर में 23 September1996 क भेल छैन।पढाई -लिखाई मुख्यत: होली क्रॉस दरभंगा आ जेनेसिस पब्लिक स्कूल नोएडा स केने छैथ।सिनेमा सीखै लेल अचल लंदन किंग्स कॉलेज में एक साल अध्ययन केने छैथ।बच्चे सँ पेंटिग ,फ़ोटोग्राफ़ी के सौख राखैवला अंचल किछु शार्ट फ़िल्म सेहो बनेने छैथ।जे कि यू ट्युब आ अन्य प्लेटफ़ॉर्म पर उपलब्ध अइछ ।

ई लेख गामक घर फ़िल्म के समीक्षा नय अइछ हम कोनो समीक्षक नय छै,एक दर्शक आ प्रशंसक रूप में हमरा जे देखायल आ बुझायल से लिखल अइछ ।मैथिली में लिखल गामक घर फ़िल्म पर ई पहिल लेख या चर्चा छी।

दुखक बात -गामक घर मैथिली भाषा आ परिवेश पर बनल फ़िल्म के लगभग सब हिंदी आ अंग्रेज़ी समाचार पत्र आ वेब पत्रिका सब स्थान देलक अइछ आ बात केलक अइछ लेकिन अखन धरि एहि मैथिली फ़िल्म के बात मैथिल समाज के बीच उल्लेखनीय रूप सँ कोनो माध्यम में नय भेल अइछ ।मिथिला आ बिहार क इतिहास में मात्र दोसर या तेसर बेर एहन फ़िल्म बनल जे कि गर्व करैय जोगरक अइछ आ जकर परिवेश मिथिला या बिहारक अइछ (आम्रपाली,तीसरी कसम )तकर बारे में ने कतहु कोनो बात भेल ने ,अपन पाय ,मेहनत आ सा समय खर्च क के मैथिल जीवन के जीवंत रूप में विश्व के सामने आनै वला निर्देशक या अभिनेता के कोनो सम्मान देल गेल । ई बेसी दुखद तखन अइछ जखन कि ई फ़िल्म मैथिली नय बुझै वला दर्शक आ फ़िल्म दिग्गज सब के प्रभावित क रहल छैन।मैथिली के कोनो तथाकथित महान साहित्यकार दू शब्द तक नय लिखलैन फ़िल्म के ऊपर लेकिन हुनका सबके झुट्ठे के मैथिलीक बड़ चिंता।मैथिली के तथाकथित पुरोधा पत्रकार ललित नारायण के जखन हम फ़ोन क के रिक्वेस्ट क के फिल्म निर्देशक के इंटरव्यू लेल कहलिएन त हमरा जवाब देलैथ जे जँ हमरा निर्देशक स्वयं अनुरोध करतैथ तखन हम हुनकर इंटरव्यू करबैन ,उल्लेख करी जे अचल मिश्रा के इंटरव्यू प्रायः सब पैघ मीडिया हाउस क चुकल छैन आ मैथिली पत्रकार के दिल्ली सँ नोएडा तक जा के इंटरव्यू में दिक़्क़त ।

गामक घर कतऽ देख सकै छी।

MUBI स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म पर गामक घर फ़िल्म उपलब्ध अइछ ।फ़्री ट्रायल में नि:शुल्क देख सकैय छी।

अंत में निर्देशक अचल मिश्रा के गामक घर फ़िल्म लेल बहुत बधाई ।अहॉं आगु और कहानी कहि सकी मैथिली परिवेश के से आशा राखब आ मैथिली के अलावा सेहो फ़िल्म विधा में अहॉंके ख़ूब सफलता भेटैय ।

सृजन शेखर ‘अज्ञेय 
०६/०६२०२०

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