Wednesday, January 2, 2013

Kanyadaan: Maithili's Second But First Released Film




मैथिली सिनेमाक इतिहासमें मैथिलीक पहिल फ़िल्म “ममता गाबय गीत”क संग संग मैथिलीक पहिल प्रदर्शित फ़िल्म “कन्यादान”क महत्वपूर्ण स्थान अछि।1964में प्रसिद्ध कथाकार हरिमोहन झाक कन्यादान तथा द्विरागमनपर फ़िल्म निर्देशक फ़णि मजुमदार कन्यादाननाम सं फ़िल्मक निर्माण प्रारंभ कयलनि । पटकथा नवेन्दु घोष, संवाद फ़णिश्वरनाथ रेणुक तथा संगीत दुलाल सेन आ विंध्यवासिनी देवीक छल। फ़िल्मक कलाकार छलाह तरुण बोस, चांद उस्मानी,  पद्मा चटर्जी , टुनटुन, दुलारी दाई, गया निवासी ब्रज किशोर सिंह । 
अभिनेता तरुण बोस

 तरुण बोस- रेवती रमण, लता बोस/सिन्हा - बुच्ची दाई , चांद उस्मानी- विधिकरी, पद्मा चटर्जी- लाल काकी, दुलारी दाई- फ़ुचुकरानी, टुनटुन-पनिभरनी, ब्रज किशोर सिंह -झारखंडी नाथ बनल रहैथ । एहि फ़िल्म में प्रख्यात मैथिली साहित्यकार व कवि श्री चन्द्रनाथ मिश्र अमरसेहो महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह कयने छलाह ।
चांद उस्मानी




 “अमर” जी लाल कक्काक भूमिकामें छलैथ। ई प्रथम मैथिली फ़िल्म छल जे पूर्ण रुपे बनि कअ सम्पूर्ण मिथिला में प्रदर्शित भेल। मुदा मध्यांतरक बाद अधिकांश संवाद हिन्दीये में रहय। शुरु शुरु में एहि फ़िल्म में एक्कोटा मैथिली भाषी कलाकार नहिं छल। फ़िल्मक कलाकारके मैथिली सीखाबय तथा मैथिली संवाद नीक जका बाजब सीखेबाक लेल हरिमोहन झाक विशेष आग्रह पर चन्द्रनाथ जीके मुबई आबय पड़ल छल। संगहि फ़िल्ममें लाल कक्काक भूमिका सेहो भेट गेलनि ।  मैथिली भाषाक प्रथम प्रदर्शित फ़ीचर फ़िल्म 'कन्यादान' अछि 



एहि सिनेमाक कथावस्तु बेजोर छल। फ़िल्मक नायक मैथिली नहिं बुझैत छैक आर नायिका मात्र मैथिलीये बुझैत छैक। अंग्रेजिया वर आर देहाती कनिया संबंध पर बनल अहि सिनेमा में मैथिली आ अंग्रेजी-हिन्दी मिलल –जुलल संवाद छैक। ‘कन्यादान’ फ़िल्म समाज में बेमेल विवाहक की परिणाम होयत छैक-ओकर सीख दैत अछि। मिथिला समाजक बेमेल विवाह गंभीर समस्या अछि।




फ़िल्मक गीत,गीतकार, गायक व गायिकाक विवरण


1.   सखी रे हमर दुखक नहिं ओर

गीतकार- विद्यापति

गायक- चन्द्राणी मुखर्जी



2.   व्याह चलल शिवशंकर

गीतकार- विद्यापति

गायक- उषा मंगेशकर, कमल बरोट आ कोरस



3.   हो रामा पिया रे बिनु

गीतकार- विंध्यवासिनी देवी

गायक- मन्ना डे



4.   लागले हिंडोंलवा अमवा के डार

गीतकार- विंध्यवासिनी देवी

गायक- उषा मंगेशकर। कमल बरोट



5.   सुरमा बास बरेलीबाला

गीतकार- गौहर कानपुरी

गायक- चन्द्राणी मुखर्जी



6.   जिन्दगी हम सटा हुआ एक गीत है

गीतकार- गौहर कानपुरी

गायक- चन्द्राणी मुखर्जी


 





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